पूरे देश के प्लाइवुड उद्योग ने एग्रीकल्चर ग्रेड यूरिया के डायवर्जन पर रोक लगाने के सरकारी अभियान का समर्थन किया है। ऑल इंडिया प्लाइवुड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने इस संबंध में नई दिल्ली में 29 जून, 2022 को रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया के साथ उनके कार्यालय में बैठक की और सहयोग करने की बात कही। बैठक में टेक्निकल ग्रेड यूरिया के उपयोग के बारे में श्री विजय सांपला एवं श्री गोपाल अग्रवाल ने भी सहयोग करने की बात कही। इस अवसर पर ऑल केरल प्लाईवुड एंड बोर्ड्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एकेपीबीएमए) के अध्यक्ष एम.एममुजीब रहमान अपने कार्यकारी सदस्यों के साथ उपस्थित थे।
श्री केएम इब्राहिम, श्री मोहम्मद शा और श्री एमएच रियाज ने सॉमिल ओनर्स - प्लाईवुड मैनुफैक्चरर्स का प्रतिनिधित्व किया। ज्ञातव्य है कि विभाग ने यूरिया के कथित डाइवर्जन रोकने के लिए छह राज्यों-हरियाणा, केरल, राजस्थान, तेलंगाना, गुजरात और उत्तर प्रदेश में 52 औद्योगिक इकाइयों की तलाशी ली थी। सूत्रों ने कहा कि इनमें से कई इकाइयों ने एग्रीकल्चरल -ग्रेड यूरिया की खरीद की और इसे टेक्निकल-ग्रेड यूरिया बैग में अवैध रूप से पैक किया।
ऑल केरला प्लाइवुड एंड बोर्ड्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एकेपीबीएमए) के अनुसार, मंत्री ने बॉन्डिंग एजेंट बनाने के लिए सब्सिडी वाले कृषि यूरिया के इस्तेमाल के खिलाफ सख्त से सख्त करवाई करने की चेतावनी दी है। जांचके लिए उनके पास विभाग हैं और टेक्निकल ग्रेड यूरिया और फर्टिलाइजर के उपयोग पर उनके पास पूरा रिकॉर्ड है। मंत्री ने सरकारी डिपो के साथ सहयोग करने का प्रस्ताव रखा, जहां अधिकृत टेक्नीकल ग्रेड यूरिया उपलब्ध होगा।
संघों ने टेक्नीकल ग्रेड यूरिया का उपयोग करने के लिए अपने सभी सदस्यों और निर्माताओं को यह संदेश दिया है।