COVID 2.0 HITS PARTICLE BOARDS SECTOR PROFITABILITY

person access_time3 02 July 2021

इम्पोर्टेड पाइन वुड की ऊंची कीमतों ने डोर और बोर्ड उत्पादकों को तैयार माल की कीमत बढ़ाने पर मजबूर किया है। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, पाइन वुड की कीमत 600 रुपये प्रति सीएफटी तक पहुंच गई है, जो इस साल मार्च में लगभग 480 रूपए प्रति सीएफटी थी। गांधीधाम, गुजरात स्थित डोर और बोर्ड मैन्युफक्चरर्स लकड़ी की कीमतों में वृद्धि की भरपाई के लिए 5 से 8 प्रतिशत अधिक कीमत मांग रहे हैं।

पाइन बेस्ड फ्लश डोर्स और बोर्ड के उत्पादकों से मिली जानकारी के अनुसार, लकड़ी और अन्य केमिकल की कीमतें बढ़ने के कारण इसकी इनपुट कॉस्ट में लगभग 10 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान है। वे तत्काल प्रभाव से 10 प्रतिशत मूल्य वृद्धि की बात कर रहे हैं लेकिन रिपोर्ट के अनुसार इन केटेगरी में 5 से 7 प्रतिशत की वृद्धि होना तय है। भारत के बाजार में, पाइन वुड बोर्ड और डोर अच्छी गुणवत्ता वाला माना जाता है, क्योंकि ब्रांडेड और क्वालिटी डोर मैन्युफैक्चरर्स पाइन वुड को अच्छे रॉ मेटेरियल के रूप में प्रचारित कर रहे हैं, लेकिन हाल ही में हुई कीमतों में बढ़ोतरी इस सेगमेंट में तत्काल प्रभाव से कीमतें बढ़ाने को मजबूर कर रही है।

गांधीधाम स्थित पाइन वुड के आयातकों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पाइन लॉग की मांग ज्यादा होने के कारण मार्च से ही कीमतें बढ़ रही हैं। इसके अलावा उंची समुद्री माल ढुलाई इसकी कीमतों में और इजाफा कर रही है। आयातकों का कहना है कि अगले 4-5 महीनें पाइन लॉग की कीमतें कम नहीं होंगी। खबर है कि इस साल के शुरुआत से ही चीन, अमेरिका और यूरोप में पाइन लॉग की काफी मांग है, जो भारत में कीमतें बढ़ने का प्रमुख कारण है। 
 

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