एल्युमीनियम कॉइल्स के आयात पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने से भारतीय एल्युमीनियम कम्पोजिट पैनल उत्पादकों के लिए स्थानीय स्तर पर और ज्यादा कोटिंग लाइनों की स्थापना करने का मौका मिल गया है। रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम एक दर्जन एसीपी निर्माता अपने कैप्टिव उपयोग के लिए कोटिंग लाइन स्थापित करना चाहते हैं। इसकी जरूरत भी तब बढ गई है, जब आजकल कई कम्पनियाँ बाजारों में अच्छी गुणवत्ता केसाथ अक्सर नए डिजाइन पेश करना चाहती है। पहले एक मिथक था कि देश में कोटिंग लाइनें चालू करना
व्यवहारिक नहीं हैं, क्योंकि आयात आसान और किफायती हैं। लेकिन पिछले दो वर्षों के कोविड काल में आपूर्ति श्रृंखला पर काफी गहरा प्रभाव पड़ा है, जिससे भारतीय एसीपी उत्पादकों केलिए शिपमेंट और कोटेड कॉइल के फ्लो में देरी होती है, इसके चलते अब तक भारत में 7 -8 कोटिंग लाइनें स्थापित की गई हैं। कोविड के बाद और चीन से एल्युमीनियम कॉइल के आयात पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने के बाद, और 6-7 एसीपी बनाने वाली कंपनियां, मेटेरियल के बेहतर फ्लो के लिए कोटिंग लाइन लगाने के लिए काम कर रही हैं।
अलूडेकॉर और अलस्ट्रॉन्ग जैसी कंपनियां अपने इस्तेमाल के लिए कोटिंग मशीन चलाती रही हैं। चूंकि देश में कोई केंद्रित कॉइल निर्माता नहीं है, इसलिए कोटिंग लाइनों के लिए स्थान खाली है, जो खुले बाजार और अन्य एसीपी उत्पादकों के लिए एक मौका हैं। कोटिंग लाइन स्पेस में विवाबॉन्ड के आने के बाद, यह सेगमेंट अब प्लेयर्स के वरीयता क्रम में है। यह बताया गया है कि विवाबांड अगले छह महीनों में कुछ नई लाइनें स्थापित कर भारतीय बाजारों में कोटेड कॉइल की आपूर्ति पर नजर रखे हुए है। यूरोबॉन्ड एसीपी भी एक नई कोटिंग लाइन लगाने की प्रक्रिया में है। एसीपी निर्माताओं में से कुछ ने स्वीकार किया है कि इस सेगमेंट में विकास के लिए कोटिंग लाइनें अब एक जरूरत बन गई हैं। उत्तर भारत स्थित एसीपी उत्पादकों ने भी भविष्य में उत्पादों की गुणवत्ता, सुचारू आपूर्ति और मार्जिन में सुधार के लिए कोटिंग लाइन की जरूरत का पता लगाना शुरू कर दिया है।
एसीपी सेगमेंट में 50 से अधिक प्लेयर्स के साथ, इस उत्पाद के क्वालिटी सेगमेंट में काफी अधिक विकास की संभावना है। प्लाई रिपोर्टर ने भविष्यवाणी की है कि 2022-23 एसीपी निर्माताओं और संगठित ब्रांडों के लिए काफी अच्छा साबित होगा। जैसा कि सेक्टर पर प्लाई रिपोर्टर के अध्ययन में पाया गया है कि व्यावसायिक भवनों में ऊँची गुणवत्तापूर्ण उत्पादों की बढ़ती मांग के कारण प्रमुख एसीपी ब्रांड वित्त वर्ष 22-2023 में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज करने के लिए तैयार हैं।